दिल्ली लाल किला बॉम्ब ब्लास्ट: साजिश की परतें खुल रही हैं, कौन है मास्टरमाइंड?

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट की खबर ने पूरे देश को हिला दिया है। 10 नवंबर 2025 को शाम करीब 6:52 बजे लाल किले के पास एक कार में हुए धमाके ने न सिर्फ जानें लीं, बल्कि सुरक्षा के सवालों को भी तेज कर दिया। यह दिल्ली लाल किला ब्लास्ट सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश का नतीजा लग रहा है। मासूम लोग, पर्यटक और स्थानीय निवासी – सब इसकी चपेट में आ गए। आइए, इस घटना के पीछे की सच्चाई को सरल शब्दों में समझते हैं।

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट क्या था?

यह ब्लास्ट दिल्ली के दिल, लाल किले के गेट नंबर 1 के पास मेट्रो स्टेशन पर हुआ। एक ह्युंडई i20 कार में अमोनियम नाइट्रेट से भरा विस्फोटक फटा, जिससे आग लग गई और आसपास के वाहन जल उठे। सीसीटीवी फुटेज में एक मास्क पहने शख्स को कार ड्राइव करते देखा गया, जो कुछ ही मिनटों बाद फट गई।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

घटना का पूरा विवरण

  • समय: 10 नवंबर 2025, शाम 6:52 बजे।
  • जगह: लाल किला मेट्रो स्टेशन गेट 1 के पास, चांदनी चौक इलाका।
  • कारण: कार बम, संभवतः सुसाइड अटैक।

पुलिस के मुताबिक, कार ट्रैफिक लाइट पर रुकी थी जब धमाका हुआ। इससे पहले, 9 नवंबर को फरीदाबाद में छापेमारी हुई थी, जहां 350 किलो से ज्यादा विस्फोटक बरामद हुए। यह दिल्ली लाल किला ब्लास्ट की जड़ से जुड़ा लगता है।

हताहतों का आंकड़ा

इस हादसे में 13 लोग मारे गए, जबकि 20 से ज्यादा घायल हुए। ज्यादातर घायलों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती किया गया। आग ने छह कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटो रिक्शा को तबाह कर दिया।

श्रेणीसंख्या
मृतक13
घायल20+
क्षतिग्रस्त वाहन9

यह तालिका बताती है कि दिल्ली लाल किला ब्लास्ट कितना विनाशकारी था। हर संख्या के पीछे एक परिवार की कहानी है।

जांच की ताजा अपडेट: कौन हैं संदिग्ध?

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इसकी छानबीन कर रही है। अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट (यूएपीए) के तहत केस दर्ज हो चुका है। शुरुआती रिपोर्ट्स में यह आतंकी हमला लग रहा है।

मुख्य संदिग्धों की पहचान

  • उमर मोहम्मद: पुलवामा का डॉक्टर, जो कार का मालिक और संभवतः ड्राइवर था। वह फरीदाबाद के एक अस्पताल में काम करता था।
  • मुजम्मिल अहमद गनई और अदील माजिद राथर: पुलवामा और काजीगुंड के डॉक्टर, जयश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद से जुड़े। इन्हें 9 नवंबर को गिरफ्तार किया गया।
  • दो अन्य लोग हिरासत में, कार से जुड़े।

पुलिस का कहना है कि ये डॉक्टर मिलिटेंट सेल्स का हिस्सा थे। फरीदाबाद से बरामद 2,563 किलो विस्फोटक इस साजिश का सबूत हैं। क्या यह दिल्ली लाल किला ब्लास्ट का बदला था? जांच जारी है।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान से शोक जताया और कहा, “इन साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा।” गृह मंत्री अमित शाह ने साइट का दौरा किया, घायलों से मिले और वादा किया कि हर कोण से जांच होगी।

राहुल गांधी ने इसे “दिल दहला देने वाला” बताया, जबकि अरविंद केजरीवाल ने सुरक्षा लापरवाही पर सवाल उठाए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूरोपीय संघ, अमेरिका और रूस ने संवेदना जताई।

  • सुरक्षा बढ़ाई गई: दिल्ली और अन्य शहरों में अलर्ट।
  • सोशल मीडिया पर फेक न्यूज: बेरूत की पुरानी तस्वीरें गलत तरीके से शेयर हुईं, पीआईबी ने खारिज किया।

यह दिल्ली लाल किला ब्लास्ट हमें सोचने पर मजबूर करता है – हमारी सुरक्षा कितनी मजबूत है?

आगे क्या होगा?

फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है, जो पुष्टि करेगी कि यह सुसाइड अटैक था या नहीं। एनआईए को उम्मीद है कि जल्द ही मास्टरमाइंड पकड़े जाएंगे। लेकिन सवाल वही है – दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के पीछे कौन? क्या यह बड़े नेटवर्क का हिस्सा है?

हम सबको सतर्क रहना होगा। ऐसी घटनाएं रोकने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत करना जरूरी है। अगर आपके पास कोई जानकारी है, तो पुलिस को बताएं। शांति और एकता ही हमारा हथियार है।

Leave a Comment

Floating WhatsApp Button WhatsApp Icon